क्रिकेट जगत में इन दिनों खिलाड़ियों के चोटिल होने का सिलसिला जारी है। टीम के कई खिलाड़ी एक के बाद एक चोटिल होते हुए नजर आ रहे हैं। टीम इंडिया इन दिनों खिलाड़ियों की चोट के चलते परेशान चल रही है। रोहित शर्मा की टीम के खिलाड़ी पीठ और हैमस्ट्रिंग की चोटों से जूझ रहे है।
जसप्रीत बुमराह फिर रविंद्र जडेजा जैसे दिज्जग क्रिकेटरों के चोटिल होने का सिलसिला थमा नहीं। हाल ही में बॉर्डर गावस्कर सीरीज में श्रेयस अय्यर की पीठ में दर्द की वजह से वह सीरीज से बाहर हो गए थे।
वीरेंद्र सहवाग बड़ा दावा
खिलाड़ियों के चोटिल होने पर भारतीय टीम के पूर्व विस्फोटक खिलाड़ी वीरेंद्र सहवाग का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि, क्रिकेट के खेल में वेटलिफ्टिंग के लिए कोई जगह नहीं है। वीरेंद्र सहवाग के अनुसार खिलाड़ी अपने वकआउट रूटीन की वजह से बार-बार चोटिल हो जाते हैं।
वीरेंद्र सहवाग ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि, क्रिकेट आइकॉन सचिन तेंदुलकर, एमएस धोनी, युवराज सिंह को अपने शानदार करियर में शायद ही कभी इस तरह की चोट का सामना करना पड़ा हो।
हर कोई विराट कोहली नहीं हो सकता
वीरेंद्र सहवाग ने आगे कहा कि, उनके समय पर खिलाड़ी वेटलिफ्टिंग का समर्थन नहीं करते थे। इसी के साथ उन्होंने भारतीय टीम के विस्फोटक बल्लेबाज और पूर्व कप्तान विराट कोहली की फिटनेस की भी तारीफ की उन्होंने कहा कि, हर कोई उनकी तरह नहीं हो सकता।
वीरेंद्र सहवाग ने टीआरएस क्लिप्स से कहा कि, हम अपने समय पर कोई भी वेट ट्रेनिंग नहीं करते थे लेकिन फिर भी पूरा दिन खेल लेते थे यह विराट कोहली का फंडा हो सकता है लेकिन हर कोई विराट कोहली नहीं हो सकता आपको हर खिलाड़ी के हिसाब से अलग ट्रेन रूट इंतजार करना चाहिए।